Message From Teachers
विद्यालय में शिक्षकों से संबंधित उपलब्धियां वर्ष 2011 में ग्राम नौगवाँ क्षेत्र चमरौआ जनपद रामपुर में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय की स्थापना हुई। विद्यालय की स्थापना होने से आश्य है भवन तैयार है अब इस भवन को विद्यालय में किस प्रकार परिवर्तित किया जाए तो भवन को विद्यालय बनाने का कार्य किया माध्यमिक शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने। विभाग ने अच्छी शिक्षा के लिए इस भवन में योग्य प्रधानाचार्य एवं शिक्षकों की नियुक्ति करके विद्यालय का रूप दिया सभी व्यवसायों में शिक्षक के व्यवसाय और शिक्षक की भूमिका को सर्वाधिक महत्वपूर्ण माना जाता है भारतीय साहित्य में तो गुरु का स्थान ईश्वर से भी बड़ा बताया गया है कबीर दास ने कहा है -गुरु गोविंद दोऊ खड़े काके लागू पायँ बलिहारी गुरु आपने गोविंद दियो बताए ।।अतः विद्यार्थियों का वाँछित विकास उनकी भाभी दिशा एवं दशा तथा समाज व देश के भावी स्वरूप को निश्चित करने में शिक्षकों का अमूल्य योगदान रहता है इस दृष्टि से विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति की जाती है प्रारंभ में इस विद्यालय में केवल दो ही शिक्षक नियुक्त किए गए थे जबकि विद्यालय में 7 पद शिक्षकों के हैं एक पद प्रधानाचार्य का है तथा एक पद कनिष्ठ लिपिक का है धीरे-धीरे वरिष्ठ अधिकारियों के द्वारा शिक्षकों के सभी पद भर दिए गए सभी शिक्षक प्रदेश के दूरदराज के जनपदों से यहां नियुक्त हुए थे जो विद्यालय में पूर्ण निष्ठा एवं लगन से छात्रों को शिक्षा देते थे जब इस क्षेत्र के निवासियों को पता चला कि इस विद्यालय के शिक्षक बड़ी मेहनत से पढ़ा रहे हैं तब लगभग 12-13 किलोमीटर दूर तक के अभिभावकों ने अपने बच्चों का पंजीकरण इस विद्यालय में कराया वर्तमान में इस विद्यालय में 3 शिक्षक कार्यरत हैं जो पूर्ण निष्ठा एवं लगन से शिक्षण कार्य कर रहे हैं शिक्षक वह जलती शमा है जो स्वयं जलकर दूसरों को उजाला देता है शारीरिक शिक्षा आजकल के जीवन में अनिवार्य है और इस शिक्षा का उत्तरदायित्व इस विद्यालय की शारीरिक शिक्षा की शिक्षिका श्रीमती वर्षा शर्मा 12 फरवरी 2013 से इस विद्यालय में कार्यरत हैं खेल और व्यायाम उत्तम स्वास्थ्य के लिए उत्तम आधार है और इस उत्तम आधार को बनाए रखने में श्रीमती वर्षा शर्मा पूर्णतया सहयोग प्रेम एवं शांति नियमितता एवं समयबद्धता के साथ छात्र छात्राओं को अच्छे स्वास्थ्य के लिए शिक्षित कर रही हैं हिंदी हमारे देश की राष्ट्रभाषा है राष्ट्रभाषा होने के कारण किसी भी व्यक्ति को अपनी अभिव्यक्ति देने में हिंदी भाषा की महत्वपूर्ण भूमिका है हिंदी भाषा के शिक्षक के पद पर श्री अवधेश कुमार ७ नवंबर २०१४ से इस विद्यालय में अनवरत छात्र छात्राओं को शिक्षा दे रहे हैं वह छात्रों को वाद- विवाद प्रतियोगिता के लिए तैयार करना लेखन की प्रतिभा विकसित करना नाट्य मंचन, कविता लेखन आदि क्षेत्र में पूर्ण निष्ठा से परिश्रम पूर्वक शिक्षण कार्य कर रहे हैं क्षेत्र मुस्लिम बाहुल क्षेत्र है ज्यादातर छात्र छात्राएं मुस्लिम परिवारों से आते हैं और उर्दू विषय लेकर अध्ययन करना चाहते हैं अध्यापकों की विशेष मांग पर इस विद्यालय में दिनांक ५ अगस्त २०१५ को उर्दू विषय के पद पर श्रीमती रीना देवी की नियुक्ति की गई तब से लगातार विद्यालय में उर्दू की शिक्षा दे रही हैं उर्दू विषय के साथ-साथ अंग्रेजी विषय की भी शिक्षा दे रही हैं श्रीमती रीना देवी मधुर वाणी शांत स्वभाव अनुकरणीय आचरण और शिक्षण व्यवसाय के प्रति आस्था व कर्मठता के साथ छात्राओं को प्रेरणा प्रदान करती है यह सभी शिक्षक दया, सहयोग, प्रेम एवं शांति का भाव रखते हुए निर्धन छात्र छात्राओं की सहायता पथभ्रष्ट छात्रों को सही दिशा की ओर प्रेरित करना नियमितता समयवध्दता, परिश्रमपूर्वक अन्य बचे विषयों का अध्यापन करना, अपने व्यवसाय के प्रति निष्ठा उनके उल्लेखनीय गुण हैं।इन्हीं गुणों के कारण विद्यालय उन्नति के शिखर पर है।
(FROM TEACHERAS)