Message From Principal
विद्यालय के प्रधानाचार्य से संबंधित उपलब्धियां किसी भी विद्यालय में प्रधानाचार्य की महत्वपूर्ण भूमिका होती है जिस प्रकार कुशल नाविक अपनी योग्यता के बल पर आंँधी तूफानों के थपेड़े झेलते हुए अपनी नौका को किनारे पर पहुंचा देता है उसी प्रकार एक कुशल प्रधानाचार्य भी अपनी संस्था को शिक्षा के उच्च शिखर तक ले जाना चाहता है किसी भी विद्यालय का प्रधानाचार्य होना गौरव की बात है किंतु प्रधानाचार्य का पद कितना महत्वपूर्ण है और कर्तव्य की भावना से परिपूर्ण होता है कि प्रत्येक व्यक्ति इस उत्तरदायित्व का निर्वाह नहीं कर सकता विद्यालय के प्रधानाचार्य की वही स्थिति होती है जो एक रेलगाड़ी के इंजन की होती है जिस तरह इंजन के बिना रेलगाड़ी अपने स्थान पर खड़ी रहती है उसी प्रकार प्रधानाचार्य के अभाव में विद्यालय रूपी गाड़ी भी गतिहीन हो जाती है इस विद्यालय में सर्वप्रथम प्रधानाचार्य की भूमिका श्रीमती साधना विश्नोई ने निभाई और इस विद्यालय को काफी आगे बढ़ाया इसके उपरांत वर्ष 2013-14 से इस विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री बाँदूराम गंगवार ने प्रधानाचार्य के पद को अक्टूबर 2020 तक को सुशोभित किया। प्रधानाचार्य पद पर रहते हुए राज्यपाल पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया ।उनका कथन है कि पहले कार्यों को तुम स्वयं करके देखो फिर दूसरों से अपेक्षा रखो ।वह कर्तव्यनिष्ठ छात्रों के प्रति हमेशा दयावान निष्ठावान कुशल नेतृत्व की भूमिका में रहे ।वर्तमान में इस विद्यालय में दिनांक 27 अक्टूबर 2021 से श्री रामचन्द्र(श्रीवास्तव) प्रधानाचार्य के पद पर कार्यरत हैं वह हिंदी, अंग्रेजी, तथा संस्कृत विषय में स्नातकोत्तर है विद्यालय का प्रधान होने के कारण प्रधानाचार्य का कार्य काफी कठिन है प्रधानाचार्य के आचरण और व्यवहार का प्रभाव उसके साथियों और विद्यालय के छात्र छात्राओं पर प्रत्यक्ष रूप से पड़ता है इस विद्यालय के प्रधानाचार्य का आचरण और व्यवहार सबके लिए अनुकरणीय है प्रधानाचार्य जी ने विद्यालय में ऐसे वातावरण का निर्माण कर रखा है जिससे छात्रों के मन से स्वार्थ पक्षपात और सांप्रदायिकता के भाव पूर्ण तरह से समाप्त हो गए हैं स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क का विकास होता है इसलिए अच्छी शिक्षा के लिये अच्छे स्वाथ्य का होना आवश्यक है इन्हीं गुणों के कारण विद्यालय के शिक्षक छात्रों के प्रति अपना उत्तर दायित्व समझ रहे हैं प्रधानाचार्य विद्यालय को एक आदर्श विद्यालय बनाने का प्रयास कर रहे हैं प्रधानाचार्य जी का उद्देश्य है कि प्रत्येक छात्र छात्रा को एक आदर्श नागरिक बनने का अवसर मिले।आज के बालक कल के नेता, अभियंता, चिकित्सक उद्योगपति होंगे वही इस देश की बागडोर संभालेंगे इसी लिए छात्रों को आदर्श नेतृत्व की शिक्षा देना आवश्यक है प्रधानाचार्य हमेशा छात्र-छात्राओं में आत्मविश्वास संस्था में अनुशासन खेलकूद को प्रोत्साहन देने के साथ-साथ छात्र छात्राओं के सर्वांगीण विकास के लिए प्रयासरत हैं और विद्यालय को जनपद के श्रेष्ठतम् विद्यालयों की श्रेणी में रखना चाहते हैं किसी विद्वान ने ठीक ही कहा है उद्यमेन ही सिद्धयन्ति कार्याणि न मनोरथैः न ही सुप्तस्य सिंंहस्य प्रविशन्ति मुखे मृगः।।
Mr. RAM CHANDRA SHRIVASTAVA
( PRINCIPAL )